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2020-21 के बीच लोकपाल को तीन शिकायतें मिलीं और पिछले सितंबर के आदेश में सीबीआई को भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया गया। सीबीआई की प्राथमिकी में कहा गया है की, लखनऊ और मैसूर के दोनों परिसरों में एनआरएलसी के प्रबंधक सिंह द्वारा मेसर्स वीके कंस्ट्रक्शन को टेंडर देने और काम के निष्पादन के संबंध में जांच करने का निर्देश दिया है।
सीबीआई ने कहा, उसे प्रबंधक सिंह के रिश्तेदारों को मेसर्स वीके कंस्ट्रक्शन द्वारा किए गए भुगतान और संबंधित अनियमितताओं की जांच करने का आदेश दिया है। इसलिए भारत के माननीय लोकपाल के निर्देशों के अनुपालन में प्रबंधक सिंह तत्कालीन महानिदेशक (अनुबंध पर) वीके सिंह, वीके सिंह कंस्ट्रक्शन और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत एक नियमित मामला दर्ज किया जाता है। उम्मीद है कि सीबीआई जल्द ही एफआईआर में नामजद संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाएगी।