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बिजली मंत्रालय ने आज ट्वीट किया, आज तड़के 14:50 बजे अधिकतम अखिल भारतीय मांग (उच्चतम आपूर्ति) 207111 मेगावाट तक पहुंच गई, जो अब तक का सबसे उच्च स्तर है। केंद्र सरकार ने पूरे देश में 24x7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की हैं। सरकार सभी घरों को निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) और एकीकृत बिजली विकास योजना (आईपीडीएस) सहित अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्यों की मदद कर रही है।
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत, अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य सहित कई विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए कथित बिजली कटौती पर राजनीति तेज कर दी। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को घृणा का बुलडोजर चलाना बंद कर देना चाहिए और देश के बिजली संयंत्र शुरू करने चाहिए क्योंकि कोयले और बिजली संकट ने पूरे देश में तबाही मचा रखी है।
दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया कि कई बिजली संयंत्रों में कोयले का एक दिन का भंडार बचा है, जबकि सीएम केजरीवाल ने कहा कि स्थिति को किसी तरह संभाला जा रहा है। दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि कोयले की घोर कमी है और चेतावनी दी कि अगर बिजली संयंत्र बंद हो जाते हैं तो राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की आपूर्ति में कठिनाई हो सकती है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिजली संकट को राष्ट्रीय संकट करार दिया और देश में कोयले की आपूर्ति की कथित कमी पर चिंता व्यक्त की।