अप्रैल के दूसरे सप्ताह में, ईडी ने भारत के पूर्व प्रमुख और शाओमी के वैश्विक उपाध्यक्ष मनु कुमार जैन को तलब किया, जो दुबई में रहते हैं। ईडी ने बेंगलुरु में उनका बयान दर्ज किया। ईडी की जांच चीनी मोबाइल फोन निर्माताओं पर आयकर जांच के बाद हुई है। उन पर चीन में मूल कंपनी को रॉयल्टी देने के नाम पर पैसे डायवर्ट करने और संदिग्ध विदेशी फंडिंग का भी आरोप लगाया गया है।
ईडी ने कहा है कि उसने इस फरवरी में कंपनी द्वारा किए गए अवैध प्रेषण के संबंध में जांच शुरू की थी। कंपनी ने वर्ष 2014 में भारत में अपना परिचालन शुरू किया और वर्ष 2015 से पैसा भेजना शुरू कर दिया। कंपनी ने तीन विदेशी आधारित संस्थाओं को 5,551.27 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा प्रेषित की है, जिसमें रॉयल्टी की आड़ में एक शाओमी समूह इकाई शामिल है। ईडी ने शनिवार को एक बयान में कहा, रॉयल्टी के नाम पर इतनी बड़ी राशि उनके चीनी मूल समूह की संस्थाओं के निर्देश पर भेजी गई थी।