प्रधानमंत्री ने कहा कि शुरुआती अनुमानों के अनुसार, बाढ़ से पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद में 2 प्रतिशत से अधिक की कमी आने की संभावना है। शरीफ ने एर्दोआन से कहा, पाकिस्तान देश में आसन्न खाद्य असुरक्षा को टालने के साथ-साथ जलवायु प्रेरित इस आपदा के पीड़ितों के बचाव और पुनर्वास की तत्काल चुनौती से जूझ रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ऐतिहासिक बाढ़ के मद्देनजर फसलों के नष्ट होने के कारण भोजन की कमी से बचने के लिए लड़ रही है। मानसून की बारिश के कारण आई बाढ़ में अब तक करीब 1,400 लोगों की मौत हो चुकी है और 12,728 अन्य घायल हुए हैं, जबकि 6,674 किलोमीटर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है और 17 लाख से अधिक घर नष्ट हो गए हैं।