पीएमओ ने कहा कि न्यू इंडिया में विकास, विकास और कनेक्टिविटी के इंजन के रूप में उत्कृष्ट सड़क बुनियादी ढांचे के निर्माण पर मोदी का जोर देश भर में चल रहे कई विश्व स्तरीय एक्सप्रेसवे के निर्माण से महसूस किया जा रहा है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किलोमीटर की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। यह दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी को 12 प्रतिशत घटाकर 1,424 किमी से 1,242 किमी कर देगा। यात्रा का समय मौजूदा 24 घंटे से 12 घंटे तक 50% कम हो जाएगा। एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। यह कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।
यह 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ बहु-मॉडल रसद पार्कों (एमएमएलपी) की भी सेवा करेगा एक्सप्रेसवे जेवर हवाई अड्डे, नवी मुंबई हवाई अड्डे और जेएनपीटी बंदरगाह जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी जोड़ेगा। इससे आस-पास के सभी क्षेत्रों के विकास पथ पर उत्प्रेरक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।