
सीए संस्थान के सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए मनु अग्रवाल ने बताया कि नारिक से सीए कोर्स को पीजी की मान्यता मिलना स्थानीय पेशेवरों और छात्र-छात्राओं को कई लिहाज से फायदा पहुंचाएगा। अब यूके में पढ़ाई करने के लिए आसानी से वीजा मिल सकेगा।
इसी तरह वहां के स्थानीय विश्वविद्यालयों में वित्तीय मामलों में रिसर्च करने में भी आसानी रहेगी। इसके अलावा विदेश में नौकरी या प्रैक्टिस करने के लिए पीजी या समकक्ष डिग्री की अनिवार्यता पर यह कोर्स मान्य होगा।
उन्होंने बताया कि शिक्षा और कौशल विकास के मामले में सूचना और विशेषज्ञ राय देने के लिए यह दुनिया का जाना माना संस्थान है। नारिक से सीए कोर्स को पीजी की मान्यता मिलना इस वजह से भी उत्साहजनक है, क्योंकि इसे स्वदेश में पीजी की मान्यता नहीं मिली है।