कोरोनोवायरस संकट के बीच शिक्षा क्षेत्र अभी भी अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है, और इसलिए इस वर्ष कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए लंबित बोर्ड परीक्षाएं हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा एक जुलाई से 15 जुलाई तक की शेष परीक्षाओं के आयोजन के लिए जारी अधिसूचना को रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। कुछ अभिभावकों ने याचिका दायर कर यह याचिका मांगी है।
पेरेंट्स का तर्क है कि एम्स के डाटा के अनुसार, कोरोना वायरस आने वाले समय में भारत में अपने चरम पर होगा. ऐसे में परीक्षाएं कराना बच्चों की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इसलिए पेरेंट्स ने मांग की है कि इन परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाना चाहिए. उनका कहना है कि आज भारत में संक्रमितों की संख्या 3 लाख के करीब पहुंच चुकी है, ऐसे में परीक्षाएं कराना बेहद जोखिम भरा कदम साबित हो सकता है. पेरेंट्स अब इंटरनल एसेसमेंट के जरिये रिजल्ट घोषित करने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि सीबीएसई ने सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए एक से 15 जुलाई तक नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में दसवीं बोर्ड के बचे हुए एग्जाम और पूरे भारत में 12वीं के बचे हुए एग्जाम कराने का फैसला लिया था.
बोर्ड ने ये भी स्पष्ट किया था कि परीक्षाएं 12वीं में सिर्फ 29 मेन विषयों की होंगी. बता दें कि इस साल परीक्षाओं को दो बार रोकना पड़ा था. नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हिंसा की घटना के कारण वहां की दसवीं की कुछ परीक्षाएं बची थीं. इसके बाद देश में कोरोना वायरस के कारण परीक्षाओं पर रोक लगानी पड़ी थी.
अब सीबीएसई बोर्ड ने 1 से 15 जुलाई के बीच आयोजित होने वाली इन परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है. इसके अनुसार नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में कुछ इस प्रकार परीक्षाएं होंगी. देखें डेट व टाइम-