केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को आश्वासन दिया कि गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ सभी छात्रों की चिंताओं को औपचारिक रूप से संबोधित किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि छात्र 16 फरवरी तक समिति के समक्ष अपनी शिकायतें प्रस्तुत कर सकते हैं। समिति शिकायतों की जांच करेगी और 4 मार्च से पहले अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगी।

रेल मंत्री ने यह भी कहा, मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि वे कानून अपने हाथ में न लें। हम उनकी शिकायतों और चिंताओं को गंभीरता से लेंगे। वैष्णव का बयान रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) परीक्षा के परिणाम का विरोध कर रहे कई छात्रों के बाद सामने आया है। बिहार के गया में कथित अनियमितताओं को लेकर बुधवार को कुछ परीक्षार्थियों ने एक ट्रेन में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी।

उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सुनवाई के लिए एक समिति का गठन किया गया है। छात्रों की चिंताओं को उठाने के लिए एक ईमेल पता स्थापित किया गया है। कमेटी देश के अलग-अलग हिस्सों में जाएगी और शिकायतों को सुनेगी और मंत्रालय को रिपोर्ट देगी। रेल मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि सभी आरआरबी अध्यक्षों को छात्रों की चिंताओं को सुनने, उन्हें संकलित करने और समिति को भेजने के लिए कहा गया है।  इससे पहले रेल मंत्रालय ने छात्रों के विरोध के मद्देनजर एनटीपीसी और रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल 1 की परीक्षाओं पर रोक लगा दी थी।

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