गुलज़ार साहब के साथ काम करने की ख़्वाहिश रखने वाले अनिल कपूर की यह तमन्ना दो दशक के फ़िल्मी करियर में अभी तक पूरी नहीं हुई है| राकेश ओमप्रकाश मेहरा निर्देशित फ़िल्म 'मिर्ज़्या' के ट्रेलर लॉन्चिंग पर अनिल कपूर ने कहा, "इस मामले में मेरा बेटा हर्षवर्धन कपूर ज़्यादा लकी हैं, क्योंकि उसे पहली ही फ़िल्म में गुलज़ार साहब के साथ काम करने का मौक़ा मिला|" अनिल कपूर के अनुसार, "मैं 34 साल से गुलज़ार साहब से कह रहा था कि मेरे लिए लिखिए और मुझे अपनी फ़िल्मों में लीजिए, मेरे लिए फ़िल्म बनाइए, लेकिन मुझे गुलज़ार साहब ने मौक़ा ही नहीं दिया|
उन्होंने मेरे लिए ना सही मेरे बेटे के लिए फ़िल्म बनाई, इसके लिए उनका शुक्रिया|" अनिल कपूर आगे कहते हैं कि, "गुलज़ार साहब के साथ वह अब भी काम करना चाहते हैं| देखते यह मौक़ा मुझे कब मिलता है?" अपनी हाज़िर जवाबी के लिए माने जाने वाले गुलज़ार ने यह बात अनिल कपूर के ही पाले में डाल दी कि, "मैं अपनी फ़िल्मों की कास्टिंग में अनिल को मिस कर जाता था, पता नहीं कैसे? एक बात यह भी थी कि उन दिनों मैं दूसरों के लिए काम करता था और फ़िल्मों का सिर्फ़ निर्देशक हुआ करता था|"
गुलज़ार ने कहा, "अब तो अनिल मुझे काम में रख सकते है उनके लिए काम करूंगा|" गुलज़ार साहब ने 17 वर्षों बाद इस फ़िल्म के लिए कलम थामी है| राकेश ओम प्रकाश मेहरा के अनुसार, "कॉलेज के दिनों में मैंने मिर्ज़ा-साहिबा नाटक देखा था| तबसे ही इस पर फ़िल्म बनाना चाहता था| इसे लेकर जब गुलज़ार साहब से मिला तो पूरी फ़िल्म का खाका तैयार हो गया|" बॉलीवुड में अपने डेब्यू को लेकर हर्षवर्धन कपूर का कहना है कि, "इस फ़िल्म के सिलसिले में मैं पहली बार राकेश से 2008 में मिला था|
उन दिनों राकेश और गुलज़ार साहब 'मिर्ज़या' की कहानी पर काम कर रहे थे| जून 2013 से मैं सही अर्थ में इस फ़िल्म से जुड़ा और इसके लिए मैंने काफ़ी मेहनत भी की है|" आगामी 7 अक्टूबर को रिलीज़ होने वाली फ़िल्म 'मिर्ज़या' में हर्षवर्धन के साथ तन्वी आज़मी की भतीजी सयामी खेर भी फिल्मी दुनिया में कदम रख रही है|