तनुश्री ने कहा, 'हमारे कुल 10 गवाह थे लेकिन केवल 1 बयान ही दर्ज हो सका। अन्य लोग सामने भी नहीं आए क्योंकि उनके पास धमकीभरी कॉल्स आ रही थी। पुलिस कह रही है कि उनके पास पर्याप्त सबूत नहीं है। आखिर कैसे सबूत पेश किए जाएं जबकि आरोपी ही इस कोशिश में है कि पुलिस तक कोई सबूत न पहुंच सकें? जिन लोगों ने नाना के सपॉर्ट में बयान दिए हैं, वे सभी उनके दोस्त हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'जब यह घटना हुई थी, तब शूटिंग पर मौजूद लोगों में कोई भी मेरा दोस्त नहीं था। वैसे भी गवाहों ने यह नहीं कहा है कि कुछ हुआ ही नहीं बल्कि यह कहा है कि उन्हें कुछ याद नहीं।' तनुश्री ने यह भी कहा कि अभी वह निराश नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'निराशा तब होती है जब आपको किसी बात से धक्का लगे। मुझे इस केस में बहुत ज्यादा उम्मीद ही नहीं थी। मुझे यह भी लगता है कि नाना पाटेकर बॉलिवुड में लौटने की जी-जान से कोशिश कर रहे हैं और वह किसी भी तरीके से अपना नाम पाक-साफ करना चाहते हैं। मुझे अब केवल भगवान से ही उम्मीद है और मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगी।'