भारत में टैलेंट की कोई कमी नहीं हैं और आए दिन भारतीय अलग-अलग क्षेत्र में इतिहास रचते दिखाई देते हैं। इस बार भारत की विदिशा ने एक नया इतिहास रच पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। उत्तर प्रदेश की रहने वाली विदिशा बालियान ने 'मिस डेफ वर्ल्ड 2019' का खिताब अपने नाम किया है। इस ख़िताब को जितने वाली विदिशा बालियान पहली भारतीय हैं। विदिशा बालियान ने 'मिस डेफ वर्ल्ड 2019' का ख़िताब जीत यह सबित कर दिखाया कि भले ही आपके रास्ते में बहुत सी मुश्किलें हो लेकिन जब आपको खुद पर विश्वास होता है तो आप सारी मुश्किलों से लड़ अपना मुकाम हासिल कर पाते हो।

21 साल की विदिशा बालियान एक बधिर हैं लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और आज पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है। आज के दौर में लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं हैं जिसका जीता जगता उदाहरण विदिशा है जिनकी सुनने की क्षमता बेहद कम हैं। दक्षिण अफ्रीका के बोमबेला में ब्यूटी कॉन्टेस्ट में विदिशा बालियान ने भारत को रिप्रेजेंट किया और अपने कौशल के बलबूते पर यह ब्यूटी पेजेंट जीता। इस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में फाइनल राउंड में 16 देशों की 11 फाइनलिस्ट्स ने भाग लिया जिसमें भारत की विदिशा बालियान प्रथम और दूसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका की एक प्रतियोगी रहीं।
विदिशा बालियान ने इस ख़िताब को जितने की ख़ुशी अपने इंस्टाग्राम पर सभी के साथ शेयर की जिसके चलते उन्होंने इस कॉन्टेस्ट की कई तस्वीरें साझा की। इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर में विदिशा ने कैप्शन में लिखा कि 'इस टाइटल को जीतना सपना सच होने जैसा है। बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो अपनी सुनने की क्षमता खो चुके हैं पर वे बेहद टैलेंटेड हैं और मौके डिजर्व करते हैं।' एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन की मॉडलिंग स्टूडेंट विदिशा बालियान मुजफ्फरनगर की रहने वाली हैं लेकिन उनका परिवार गाजियाबाद में रहता है और उन्होंने मिस पेजेंट के लिए ट्रेनिंग गुड़गांव व नोएडा से की है। 'मिस डेफ वर्ल्ड 2019' बनी विदिशा बालियान अंतर्राष्ट्रीय टेनिस प्लेयर भी रह चुकी हैं।
विदिशा बालियान डियालिकम्पिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन पीठ में चोट लगने के कारण उन्होंने टेनिस खेलना छोड़ दिया और ब्यूटी पैजेंट में भाग लेने का फैसला किया। विदिशा बालियान अंतरराष्ट्रीय बाधिर ओलंपिक में टेनिस के लिए सिल्वर मेडल भी जीत चुकी हैं। बता दें कि इस कॉन्टेस्ट में विदिशा ने टैलेंट राउंड में तांडव पर परफॉर्म कर सभी का दिल जीता था। दरअसल यह प्रतियोगिता 2001 में शुरू हुई थी और इसकी आधिकारिक भाषा इंटरनेशनल साइन लैंग्वेज हैं। विदिशा बालियान सुन नहीं सकती हैं लेकिन वह लिप्स रीड कर सकती हैं और बोल सकती हैं। यूक्रेन की विक्टोरिया प्रायतचेंको ने 2001 में इस प्रतियोगिता को जीता था।