इसको लेकर अली फजल ने मिड डे को दिए इंटरव्यू में कहा था, "मुझे बुरा लगता है जब लोग शो का बहिष्कार करने की बात करते हैं क्योंकि बहुत सारे लोग इसे बनाने में शामिल हैं. कभी-कभी, मुझे अपने विकल्पों को तौलना पड़ता है और दूसरों की भलाई के लिए कदम उठाना पड़ता है. मैं नहीं चाहता कि वे मेरे कार्यों का खामियाजा भुगतें. उन्होंने कहा, मैं अपनी आवाज उठाना बंद नहीं करूंगा. मैं एक स्वतंत्र दुनिया में एक कलाकार हूं, मुझे सवाल उठाने चाहिए. नफरत के माहौल से शांति से निपटने की जरूरत है. हम वह देश हैं जिसने अपनी आजादी की लड़ाई शांति से जीती है."
इसको लेकर अली फजल ने मिड डे को दिए इंटरव्यू में कहा था, "मुझे बुरा लगता है जब लोग शो का बहिष्कार करने की बात करते हैं क्योंकि बहुत सारे लोग इसे बनाने में शामिल हैं. कभी-कभी, मुझे अपने विकल्पों को तौलना पड़ता है और दूसरों की भलाई के लिए कदम उठाना पड़ता है. मैं नहीं चाहता कि वे मेरे कार्यों का खामियाजा भुगतें. उन्होंने कहा, मैं अपनी आवाज उठाना बंद नहीं करूंगा. मैं एक स्वतंत्र दुनिया में एक कलाकार हूं, मुझे सवाल उठाने चाहिए. नफरत के माहौल से शांति से निपटने की जरूरत है. हम वह देश हैं जिसने अपनी आजादी की लड़ाई शांति से जीती है."