समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपने पार्टी संगठन कोदुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी है। सपा आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों में कुछ फेरफार हो सकता है ऐसा नेताओं का दावा है| एक पूर्व प्रदेश पार्टी के महासचिव ने नाम न छापने की शर्त पर बतायाकि फेरबदल की कुछ जिलों में संगठन की भी संभावना है। इस वजह से सपा के मंडल प्रभारियों की रिपोर्ट कोआधार बनाया जाएगा।
सपा के सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट अधिकांश प्रभारियों ने पार्टी नेतृत्व करने के लिए सौंप दी है। प्रभारियों नेउम्मीदवारों की सक्रियता और संगठन के कामकाज पर प्रश्न उठाए है| दो विधानपरिषद सदस्यों को सपा ने एक-एक मंडल का प्रभारी बनाया है। तो 36 एमएलसी 18 मंडलों के प्रभारी बनाए गए हैं। रिपोर्ट में 15 दिन में जिलासंगठन, उम्मीदवारों और विधायकों की कामकाज के बारे में दिया जाएगा|
सपा पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी है। कुछ प्रभारियों का कहनाहै कि रिपोर्ट मिलना बाकी है। रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी ऐलान करेगी उम्मीदवारों, मौजूदा विधायकों के टिकटऔर संगठन में फेरबदल पर फैसला करेगा। पार्टी के सूत्रों के अनुसार प्रभारियों को कई मौजूदा विधायकों केखिलाफ नाराज़गी की शिकायतें मिली हैं।
सपा नेता ने बताया, "यदि मंडल प्रभारियों के फीडबैक को आधार माना गया तो एक तिहाई घोषित उम्मीदवारों केटिकट कट सकते हैं... ये ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनकी क्षेत्र और पार्टी में स्वीकार्यता और सक्रियता अपेक्षा से कम है...उनके चुनाव जीतने की संभावना कम मानी जा रही है..."