बीजेपी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह जिन्हें अभद्र टिप्पणी के आरोप में गिरफ्तारी के बाद रिहा किया गया उन्होंने रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती को अपनी पत्नी के मुकाबले चुनाव लड़ने का खुला चेलेंज दिया है| उन्होंने बसपा प्रमुख द्वारा कथित रूप से चुनाव के टिकट बेचे जाने की सीबीआई जांच की मांग भी की| जमानत पर रिहाई के बाद पहली बार दयाशंकर सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मायावती चुनाव लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश में कोई भी सामान्य सीट चुन लें|
मैं अपनी पत्नी को वहीं से चुनाव लड़ाऊंगा|" उन्होंने चुनाव के टिकट बेचने का आरोप मायावती पर लगाया है और इस आरोप को दोहराते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग की और कहा कि यदि सीबीआई जाँच नहीं होती तो वह इसके लिए अदालत में गुहार लगाएंगे और अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे| दयाशंकर सिंह ने कहा कि बसपा प्रमुख के विरुद्ध सिर्फ एक आपत्तिजनक शब्द बोलने के लिए उन्होंने क्षमा मांगी और दण्ड के रूप में उन्हें बीजेपी से निष्कासित भी कर दिया गया|
लेकिन मायावती को इससे भी परिपूर्णता नहीं मिली और उन्होंने उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवा दिया| दयाशंकर सिंह बीजेपी के निष्कासित पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया| ऐसी सरगर्मी से तलाश की गई जैसे कि दाऊद इब्राहीम को ढूंढा जा रहा हो, जबकि उनसे भी बड़ा अपराध करने वाले बसपा नेता खुलेआम घूम रहे हैं|
दयाशंकर सिंह ने कहा कि मायावती के प्रति विवादित टिप्पणी का उनकी नाबालिग बेटी, बूढ़ी मां और पत्नी से कुछ लेना-देना नहीं था, लेकिन इसके बावजूद मायावती के इशारे पर पूरी योजना से उनके 'सेनापति' नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने उन्हें गालियां दीं|