लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आर्थिक तौर पर समर्थ लोगों से रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने की विनंती करते हुए कहा कि उन्होंने भी बचपन में लकड़ी का चूल्हा फूंकने से होने वाली तकलीफें झेली हैं| उन्होंने 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के एक कार्यक्रम में कहा, "आज मैं लोकसभा अध्यक्ष हूं, लेकिन मैंने भी बचपन में खाना बनाने के लिए लकड़ी का चूल्हा फूंका है| 
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मुझे अच्छी तरह पता है कि चूल्हा फूंकने से किस तरह पूरे घर में धुआं भर जाता है और महिलाएं कई तकलीफें झेलती हैं| लिहाजा आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को रसोई गैस की सब्सिडी छोड़नी चाहिए, ताकि गरीब तबके के लोगों को इसका फायदा मिल सके|" 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' की शुरुआत के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि गरीबों का इस योजना से लकड़ी के चूल्हे की जगह एलपीजी का चूल्हा पहुंच रहा है| नतीजतन पर्यावरण का भी भला हो रहा है|
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 आगे उन्होंने कहा कि लोगों को यह प्रवृत्ति छोड़नी होगी कि सरकार उनके लिये हर चीज की पूरी तरह नि:शुल्क व्यवस्था करेगी| सुमित्रा ने महत्व देते हुए कहा कि लोगों को यह सोचना होगा कि वह देश के विकास में अपने स्तर पर किस तरह योगदान कर सकते हैं| अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जो परिवार गरीबी रेखा से नीचे के होंगे उन महिलाओं को 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया जाता है| इंदौर जिले में अब तक 51,979 लोगों ने रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ दी है|


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