उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ज्यूँ ही पास आ रहे हैं त्यों ही राजनीतिक पार्टियां गठजोड़ में जुट गई हैं| रामदास आठवले केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री एवं रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष यूपी चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ अपनी पार्टी आरपीआई के गठजोड़ को लेकर संजीदा हैं| उन्हें आशा है कि बीजेपी-आरपीआई के टाई उप से उप्र चुनाव में विजय का झंडा लहराएगा| आठवले ने विशेष इंटरव्यू में कहा, "हम यूपी चुनाव से पहले आरपीआई के बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर गंभीर हैं|
इस गठबंधन से यूपी विधानसभा चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज होगी|" बीजेपी के साथ गठबंधन के निर्णय को प्राथमिकता बताते हुए वह कहते हैं, "नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज की गई थी और अब इसी सिलसिले को यूपी में भी दोहराया जाएगा| आरपीआई के बीजेपी के साथ जुड़ने से चुनाव में पार्टी को बड़ी संख्या में दलित वोट मिलेंगे|"
दलित नेता आठवले ने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख को निशाने पर लेते हुए कहा, "मायावती दलितों के नाम पर ही अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रही हैं| 'हाथी' आरपीआई का चुनाव चिह्न था जिसे उन्होंने धोखे से हड़प लिया| बसपा ने हमारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया है|" उन्होंने कहा "कि वह यूपी चुनाव में बसपा के दलित वोट काटने नहीं जा रहे हैं|
बल्कि ये दलित वोट शुरू से ही आरपीआई के साथ रहे हैं, जिसे दिग्भ्रमित किया गया है|" उन्होंने कहा, "अगर बीजेपी के साथ आरपीआई का गठबंधन होता है तो यकीनन यूपी में भाजपा का उम्मीदवार ही मुख्यमंत्री बनेगा|"