भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज अपने दयापूर्ण स्वभाव के कारण हमेशा सुर्खियों में आती रहती है। पूर्व विदेश मंत्री रह चुकी सुषमा स्वराज का स्वभाव बहुत ही निर्मल है, उन्होंने पाकिस्तान जैसे देश तक के लोगों की मदद की है। पाकिस्तान में बीमारी से जुझ रहे लोगों को भारत में आकर इलाज कराने की अनुमतिभी दी है। आप इससे अंदाजा लगा सकते है उनके व्यक्तित्व का जो बहुत ही सहज और दयावान है। ट्विटर पर सुषमा काफी एक्टिव रहती है जिसके चलते लोग उन्हें ट्वीट के जरिये अपनी बात उन तक पहुंचाते हुए आएं है और उन्होंने सबकी समस्या का समाधान भी किया है।
दरअसल अपनी खराब सेहत के चलते इस बार के आम चुनाव में सुषमा स्वराज ने चुनाव नहीं लड़ा था। लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जितने के बाद मोदी सरकार के इस कार्यकाल में सुषमा को कोई पद नहीं दिया गया जिसके चलते राजनितिक गलियारों में अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही है। ऐसे में सुषमा स्वराज के पद को लेकर इन दिनों कई खबरें सामने आ रही है और इसी बीच सुषमा के आंध्र प्रदेश का राज्यपाल पद दिए जाने की खबर सुर्खियों में छायी हुई है। सुषमा स्वराज के पद की खबर ने सूचना केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के ट्वीट के बाद तूल पकड़ा और पुरे सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गयी है।
सूचना केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने अपने ट्वीट में लिखा कि "भाजपा की वरिष्ठ नेता और मेरी दीदी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनने पर बहुत बधाई और शुभकामनाएं। सभी क्षेत्रों में आपके लंबे अनुभव से प्रदेश की जनता लाभान्वित होगी।" हालांकि बाद में सूचना केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने यह ट्वीट एक घंटे के भीतर डिलीट कर दिया था। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इन खबरों के सामने आने पर इनका खंडन करते हुए अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी। सुषमा स्वराज की सफाई के बाद इस खबर की सच्चाई अब सबके सामने है कि स्वराज को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नहीं बनाया गया है।
सोशल मीडिया पर यह खबर इस कदर फैली कि सभी लोगों ने सुषमा को बधाई देना भी शुरू कर दिया था। सुषमा स्वराज ने आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने की खबर को खारिज करते हुए ट्वीट किया कि 'आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर मेरी नियुक्ति की खबरें सच नहीं हैं।' इतना ही नहीं इस खबर को गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने भी खारिज किया है। मोदी 2.0 की सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने पर सभी लोग कयास लगा रहे है जिसके चलते ऐसी गलत खबर भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में सुषमा स्वराज को कोई न कोई प्रतिष्ठित पद दिया जाएगा।