
करोड़ों की लागत से तैयार विश्वस्तरीय दिल्ली मेट्रो के स्टेशनों की छतों से पानी टपकने लगा है। पानी से प्लेटफार्म पर हो रही फिसलन से यात्रियों को खासी परेशानी होती है। आलम यह है कि दिल्ली के सबसे व्यस्ततम मेट्रो स्टेशन राजीव चौक पर जल रिसाव के कारण एक सीढ़ी काफी दिनों से बंद है। इसी तरह कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन में पानी टपकने से यात्री परेशान हैं। हैरानी की बात यह है कि संबंधित स्टेशनों के प्रबंधकों की ओर से इस संबंध में डीएमआरसी प्रबंधन को सूचित भी नहीं किया गया है।
डीएमआरसी स्टेशनों को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन इन स्टेशनों पर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया है। यात्री प्रशांत अरोड़ा ने कहा कि बीते तीन माह से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर छह और सात के बीच में सबसे आखिर में बनी सीढ़ी पर पानी टपक रहा है। इस जल रिसाव के कारण स्टेशन का यह हिस्सा पूरी तरह से सीलन की चपेट में आ गया है, जिस कारण यहां बनी थ्री-वे सीढ़ी के एक हिस्से को पिछले तीन महीने से बैरकेडिंग करके बंद रखा गया है।
यहां पानी टपकने के कारण छत पर लगी सीलिंग पूरी तरह गलकर गिर चुकी है। मानसून के समय में यहां पर जल रिसाव और भी बढ़ गया है। लेकिन डीएमआरसी इसकी मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्लेटफार्म पर पानी टपकने से फर्श पर फिसलन हो जाती है, जिससे यात्रियों के गिरने का भी खतरा है।
वहीं शुक्रवार को कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर छत की सीलिंग से पानी टपकने के कारण प्लेटफार्म के कुछ हिस्से को बेरिकेडिंग से कवर कर दिया गया। इस दौरान यात्रियों को वहां से गुजरने से रोका गया। प्लेटफार्म पर पानी टपकने से परेशान यात्रियों ने इस संबंध में डीएमआरसी से शिकायत भी की। वहीं दिल्ली मेट्रो यात्री विक्रम प्रसाद ने डीएमआरसी से शिकायत की है कि येलो लाइन के एमजी रोड स्टेशन पर सीवेज की बदबू यात्रियों को बेहाल कर रही है। उन्होंने कहा कि यहां पर काफी समय से ऐसा हो रहा है, लेकिन डीएमआरसी की ओर से कोई सफाई नहीं की जा रही है।
डीएमआरसी प्रबंधन को पता ही नहीं
राजीव चौक और कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशनों की छतों से पानी टपकने के बारे में डीएमआरसी प्रवक्ता ने अनभिज्ञता जताई है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई जानकारी उन्हें स्टेशन इंचार्ज की ओर से नहीं दी गई। अगर ऐसी परेशानी की शिकायत है तो उसे जल्द ठीक किया जाएगा। डीएमआरसी ने इस संबंध में संबंधित मेट्रो अधिकारियों ने जवाब मांगा है।