काशी क्षेत्र के सबसे व्यस्ततम इलाके में एक बार फिर से बड़े हादसे का शिकार हो गया, बता दें कि कैंट स्टेशन के सामने निर्माणाधीन फ्लाईओवर की शटरिंग गिरने से अफरा-तफरी मच गई। इसमें दो लोग घायल हो गए। हादसा शुक्रवार दोपहर बाद हुआ। इस फ्लाईओवर के निर्माण में शुरुआत से ही कई बार बाधाएं आई और कई बार हादसे भी हुए। 16 मई 2018 को फ्लाईओवर की दो बीम गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद भी प्रशासन ने सबक नहीं लिया। इसके चलते एक बार पुन: शुक्रवार को हादसा हो गया। सेतु निर्माण की ओर टीआरबी के जवानों की डयूटी लगाई गई है। इसके साथ यातायात भी चालू रखा गया है। फ्लाईओवर के नीचे वाहन संचालन के साथ ही दुकानें भी लगी रहती हैं, निर्माण के दौरान लापरवाही और पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम न होने से हादसे हो रहे है।


16 मई 2018 को हुए उस हादसे ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे इसके साथ ही 15 लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा था। जिसके बाद प्रशासन की ओर से यह आश्वासन आया कि निर्माण के साथ सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। जवानों की डयूटी तो लगाई गई लेकिन यहां यातायात उसी तरह से जारी रहा। इस पुल के नीचे यातायात के साथ ही दुकानों का संचालन भी जारी है। इसके साथ ही पुल के निर्माण की गति भी काफी धीरे है जिस कारण से हादसों की आशंका हमेशा बनी रहती है।