मोदी सरकार-2 में चुनावी घोषणा पत्र में किए गए तीन बड़े वादे सात महीने के भीतर ही पूरे हो गए हैं। दिलचस्प है कि ये तीनों ही वादे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बरसों से लंबित मांगों में से एक हैं। बीजेपी ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने, नागरिकता संशोधन कानून लाने और एक बार में तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने का वादा किया था। माना जा रहा है कि सरकार अब आने वाले वक्त में समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रण से जुड़े कानूनों पर भी काम शुरू कर सकती है।
बुधवार को जब राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल चर्चा और पास करने के लिए पेश किया तो उन्होंने भी बीजेपी घोषणापत्र का जिक्र किया। शाह ने कहा कि जो लोग हम पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगा रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि चुनावी घोषणापत्र सरकार की नीतियों की उद्घोषणा होता है और जनता इस पर यकीन कर सरकार चुनती है।
चुनाव से पहले ही रखा था प्रस्ताव: अमित शाह
उन्होंने कहा कि हमने चुनाव से पहले ही यह इरादा (नागरिकता संशोधन कानून लाने का) जनता के सामने रखा था जिसे जनता का समर्थन मिला। गृह मंत्री ने कहा कि जनादेश से बड़ा कुछ नहीं हो सकता। इसके जवाब में कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि किसी भी दल का घोषणापत्र संविधान से नहीं टकरा सकता है, ना उसके ऊपर जा सकता है। हम सबने संविधान की शपथ ली है और संविधान सर्वोपरि है।
तीसरा बड़ा वादा किया गया पूरा
नागरिकता संशोधन बिल संसद में पास होने के साथ ही बीजेपी का तीसरा बड़ा वादा पूरा हो गया है। अब बीजेपी के भीतर और संघ परिवार के लोगों की नजरें समान नागरिकता कानून पर टिकी हैं। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में यह वादा भी किया है कि बीजेपी समान नागरिक संहिता बनाने को कटिबद्ध है। इसमें कहा गया है कि बीजेपी का मानना है कि जब तक भारत में समान नागरिक संहिता को अपनाया नहीं जाता है तब तक लैंगिक समानता कायम नहीं हो सकती है।
जनसंख्या नियंत्रण कानून पर काम होने की उम्मीद
बीजेपी नेताओं के साथ ही संघ नेताओं को उम्मीद है कि अब इस वादे को पूरा करने की दिशा में काम किया जाएगा। संघ के एक नेता ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद जरूरी है। जिस तरह से कई राज्यों की डेमोग्राफी बदल गई है उसे देखते हुए इसमें देरी नहीं करनी चाहिए। संघ नेता के मुताबिक बीजेपी ने भी इसके लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है और हमें उम्मीद है कि जिस तरह तीन अहम वादे पूरे किए गए हैं उसी तरह जल्द ही यह भी पूरा होगा।