भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दिल्ली चुनाव में मतदान के बाद शनिवार को पार्टी मीटिंग में हिस्सा लिया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुई इस बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आम आदमी पार्टी के जीत के दावों को नकारते हुए कहा कि एग्जिट पोल्स गलत हो सकते हैं। इसलिए भाजपा एग्जैक्ट पोल्स (सटीक नतीजों) का इंतजार करेगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “दिल्ली चुनाव भाजपा ही जीतेगी और एग्जिट पोल्स और अंतिम नतीजों में बड़ा अंतर होगा। लोकसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए थे।”

 

जावड़ेकर ने आगे कहा, “हमने जमीनी सच्चाई देखी है और इससे अच्छी प्रतिक्रिया मिलती दिख रही है। हम 11 फरवरी को सत्ता में आएंगे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी एग्जिट पोल्स के गलत होने की बात कही है।” दूसरी तरफ भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी के वोटर्स दिल्ली में काफी देर से वोट देने के लिए निकले। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल्स की गणित ठीक नहीं होती, इसके आंकड़े सिर्फ 4 से 5 बजे तक के ही होते हैं। एग्जिट पोल्स पहले भी गलत साबित हुए हैं।” लेखी ने साफ किया कि मीटिंग में नेताओं के बीच एग्जिट पोल्स पर भी चर्चा हुई। 

 

इससे पहले जावड़ेकर ने कहा था कि दिल्ली के लोग बदलाव चाहते हैं। वे देश की तरह ही दिल्ली में भी विकास चाहते हैं। इसलिए वे जरूर भाजपा को 70 में से 45 से ज्यादा सीटें दिलाएंगे। 


दिल्ली में आप की हैट्रिक का अनुमान, भाजपा को अधिकतम 26 सीटें मिलने की संभावना


एग्जिट पोल्स में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को स्पष्ट बहुमत का अनुमान जाहिर किया गया। अनुमान सही साबित हुए तो इस बार घोषणा पत्र की जगह गारंटी कार्ड लाने वाले केजरीवाल जीत की हैट्रिक लगाएंगे। इससे पहले उन्होंने 2013 और 2015 में दिल्ली में आप की सरकार बनाई थी।

 

एग्जिट पोल के अनुमानों में भाजपा फिर नंबर दो पर है, उसे अधिकतम 26 सीटें और कांग्रेस को अधिकतम 2 सीटें मिलने के अनुमान हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी आप ने 70 में से 67 सीटें जीती थीं और भाजपा के खाते में केवल 3 सीटें गई थीं। जबकि, इन चुनावों में 6 एग्जिट पोल्स ने भाजपा को 24 सीटें और आप को 45 सीटें मिलने का अनुमान जाहिर किया था। सभी एग्जिट पोल फेल हो गए थे। आप को अनुमानों से कहीं ज्यादा सीटें मिली थीं।

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