इसके साथ ही पटनायक ने कहा कि हिंसा ग्रस्त इलाकों में पुलिस की सशस्त्र बटालियन (एक हजार जवानों) को तैनात किया गया है। हालांकि देर शाम पटनायक ने पुलिस बल की कमी की बात को नकारते हुए कहा कि हमारे पास पर्याप्त पुलिस बल है। वहीं, दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने भी जवानों की कमी की बात को नकारा। रंधावा ने कहा, मंत्रालय के समक्ष ऐसी कोई बात नहीं की गई। हमारे पास तैनात करने को अतिरिक्त बल भी है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस को अर्द्धसैनिक बलों की अतिरिक्त 35 कंपनियां मुहैया कराई गई हैं, इनमें से 20 कंपनियों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के मद्देनजर पिछले तीन दिनों में दिल्ली की सुरक्षा में तैनात किया गया है। हिंसा ग्रस्त इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी तैनात किया गया है।
अर्धसैनिक बलों की 35 कंपनियां तैनात
हिंसा के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में अर्धसैनिक बलों की 35 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गईं। यहां एक महीने के लिए धारा-144 लागू की गई है। पुलिस के साथ स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच व आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी भी हालात पर करीब नजर रखे हैं। संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने कहा, ब्रह्मपुरी, मौजपुर, चांदबाग सहित अन्य हिंसाग्रस्त इलाकों में अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। शांति समितियां भी लोगों से बात कर रही हैं।
सीबीएसई ने टाली परीक्षाएं
सीबीएसई ने बुधवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली में 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं टाल दी हैं। यहां कुल 86 परीक्षा केंद्र हैं। बाकी दिल्ली में तय कार्यक्रम से परीक्षा होगी। इससे पहले, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीबीएसई से परीक्षा टालने का आग्रह किया था। सभी सरकारी व निजी स्कूल भी बंद रहेंगे।
गृहमंत्री ने ली बैठक, सशस्त्र बटालियन तैनात
इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एलजी अनिल बैजल, सीएम अरविंद केजरीवाल, पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक समेत शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस की सशस्त्र बटालियन तैनात करने का फैसला हुआ। बैठक में पुलिस और विधायकों के बीच समन्वय बढ़ाने और शांति समितियों को सक्रिय करने का फैसला हुआ। शाह ने राजनीतिक दलों से शांति बहाली का प्रयास करने की अपील की।
सभी दल शांति के प्रयास करे
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक अच्छी रही। इसमें तय किया गया कि सभी दल शांति बहाली की दिशा में मिलकर काम करेंगे। पुलिस अपना काम कर रही है। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि जितने बल की जरूरत होगी, मुहैया कराया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में आज सुनवाई