
तमिलनाडु सरकार ने राज्य के हजार से ज्यादा शहरों और जिलों के अंग्रेज़ी नाम बदलकर उनके तमिल उच्चारण पर रखने की अधिसूचना जारी की है। यह आदेश बुधवार यानी 10 जून से प्रभावी भी हो गया है. नए कानून के तहत कोयंबटूर अब कोयंपुत्थथूर, मयलापोर अब मयलापपरो और वेल्लोर अब वेल्लूर है. वहीं वीओसी नगर अब वा.उ.सी नगर कहा जाएगा जबकि पुड्डुचेरी को अब पुत्थुचेरी कहा जाएगा. वहीं धर्मापुरी अब थरुमापुरी कहलाएगा. चेन्नई में जिन जगहों के नाम बदले गए हैं, उनमें एग्मोर (एजंबूर), मायलापुर (माइलाप्पुर), सैदापेट (सैतापेट्टई) और अदयार (अब अदईयारु) शामिल हैं।
सरकार के इस फैसले की सोशल मीडिया पर विपक्ष और लोग जमकर आलोचना कर रहे हैं. शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने कहा, 'यह पूरी तरह से बकवास है. क्या यह प्रॉयरिटी है. हर बोर्ड को पेंट करने की कॉस्ट, साइनेज बनवाने की क्या कीमत आएगी?'
सरकार के इस फैसले पर मदन गौरी ने लिखा, 'मुझे खुशी है कि हमारे मूल शहर के तमिल नामों के आधार पर नाम बदले गए हैं. मुझे और खुशी होगी अगर हमारी मूल संस्कृति के आधार पर जाति व्यवस्था को समाप्त कर दिया जाए.'
एक यूजर ने लिखा है,- 'नाम बदलने के बजाय अगर आप जाति व्यवस्था को हटाते हैं तो यह बहुत बेहतर होगा.'
यह खबर तब आई है जब राज्य में पिछले 24 घंटों में राज्य में 1,927 कोरोना के मामले दर्ज किए गए. अब तक कुल मिलाकर लगभग 37,000 मामले सामने आए हैं और 326 मौतें हुईं. चेन्नई में लगभग 200 मौतों की रिपोर्ट गायब होने के बाद राज्य सरकार ने जांच का आदेश दिया है.