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इससे पहले, लाइसेंस घोटाले के मद्देनजर ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की उड़ानों पर बैन लगा चुके हैं. बता दें कि अगस्त में यह बात सामने आई थी कि पाकिस्तान के 262 पायलटों ने फर्जी कागजातों के जरिए लाइसेंस प्राप्त किया था.
अपनी 12वीं बैठक में, आईसीएओ ने अपने सदस्य देशों के सामने महत्वपूर्ण सुरक्षा चिंताओं (एसएससी) को संबोधित करने के लिए एक तंत्र को मंजूरी दी और इसके आलोक में पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (पीसीएए) को एक गंभीर चेतावनी जारी की।
इस पत्र के परिणामस्वरूप यह माना जा रहा है कि पाकिस्तान से संचालित होने वालीं एयरलाइंस को 188 देशों में उड़ान भरने से रोका जा सकता है. पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट में भी इसका जिक्र किया गया है. वहीं, बैन की आशंका के बीच, पाकिस्तान एयरलाइंस पायलट्स एसोसिएशन (Palpa) के प्रवक्ता का कहना है कि इसके परिणाम काफी गंभीर होंगे. यदि प्रतिबंध लगाया जाता है, तो यह देश की एविएशन इंडस्ट्री पर आपदा के समान होगा.
प्रवक्ता ने यह आरोप भी लगाया है कि संगठन जून से इस मुद्दे को उठा रहा है, लेकिन संबंधित अथॉरिटी इस ओर ध्यान नहीं दे रही.