केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मंगलवार को उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनकी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर गिरफ्तार किया गया , जिसमें उन्होंने कहा था कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारेंगे। गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए, नारायण राणे ने कहा, वे [महाराष्ट्र सरकार] मुझसे डरते हैं। इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं। मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा। मैंने कहा कि अगर मैं वहां होता,  मैंने उन्हें [उद्धव ठाकरे] थप्पड़ मारता।

यह कहते हुए कि राज्य केंद्र सरकार के साथ नहीं लड़ सकता, जिसमें वह एक हिस्सा हैं, राणे ने कहा, उनका [उद्धव ठाकरे का] बेटा एसएसआर [सुशांत सिंह राजपूत] और दिशा सालियान मामलों में शामिल था। तब कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। मैं क्यों? यह है पूरा गलत।

इस मामले में और कुछ भी कहने से बचते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ऐसा करने वालों के खिलाफ हम निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे। राणे के खिलाफ चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें एक महाड में और दूसरी ठाणे में उनकी टिप्पणी के लिए दर्ज की गई है।

राणे के वकीलों ने उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने की मांग को लेकर बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया। हालांकि, उच्च न्यायालय की एक पीठ ने आज ही याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया और अपने वकीलों से उचित प्रक्रिया का पालन करने को कहा।

राणे ने सोमवार को कहा था कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आजादी का साल नहीं पता। उन्हें अपने भाषण के दौरान सालों की गिनती पूछनी पड़ी और अगर मैं वहां होता तो मैं एक थप्पड़ उन्हें दे देता। इस बीच महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जबरस्दस्त संघर्ष हुआ। दोनों ओर से एक दूसरे पे पथराव किया गया।

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