
मोदी सरकार द्वारा हाल ही में तीन निरंतर कृषि कानूनों को वापस लेने की पृष्ठभूमि के खिलाफ बैठक अधिक महत्व रखती है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि नए रद्द किए गए कानूनों के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून की चल रही मांग बैठक में चर्चा का विषय होगी।
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सोमवार शाम दिल्ली पहुंचेंगी। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के आगमन से पहले, पार्टी के लगभग 16 सांसदों ने आज नई दिल्ली में गृह मंत्रालय (एमएचए) के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन तृणमूल नेताओं पर कथित हमलों और तृणमूल कांग्रेस युवा कांग्रेस प्रमुख सायोनी घोष की त्रिपुरा पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के मद्देनजर किया गया है। सांसदों ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा है।
सीएम कार्यालय में सूत्रों के हवाले से रिपोर्टों के अनुसार, बनर्जी और मोदी के बीच चर्चा में राज्य के लंबित वित्तीय बकाया, त्रिपुरा की स्थिति और हाल ही में राज्य में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से 15 किमी से 50 किमी तक बढ़ाने पर चर्चा संभव है। बनर्जी के अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित अन्य विपक्षी नेताओं से भी मिलने की संभावना है।