पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों का ब्योरा देते हुए बताया कि शूटरों में हरियाणा का रहने वाला गैंगस्टर प्रियव्रत फौजी भी शामिल था। वह रामकरण गिरोह का सदस्य था और शार्पशूटर का काम करता था। घटना के वक्त वह गोल्डी बरार के संपर्क में था। 26 वर्षीय को हत्या से पहले फतेहगढ़ के एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में देखा गया था।
फौजी दो अन्य हत्या के मामलों में भी शामिल था और उसे 2015 में सोनीपत में एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह 2021 में सोनीपत में हुए एक अन्य हत्या मामले में भी वांछित है। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने कहा, निशानेबाजों ने घटना के दौरान पंजाब पुलिस की वर्दी भी खरीदी, लेकिन नेम प्लेट की कमी के कारण उनका इस्तेमाल नहीं कर सके। कुल 6 वर्दी खरीदी गई।