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मोदी ने कहा, हमारे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, एक साल ऐसा नहीं था जब हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को क्रूरता का सामना नहीं करना पड़ा था। आज वह दिन है, जब हम उन्हें सम्मान देते हैं, हमें भारत के लिए उनके दृष्टिकोण और सपने को याद रखने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अमृत काल में यह भी कहा कि हर भारतीय उत्साह और अधीरता के साथ नए भारत की तीव्र प्रगति को देखने का इच्छुक है।
मोदी ने कहा, हमारे देश ने साबित कर दिया है कि हमारी विविधता में निहित ताकत है और देशभक्ति का साझा सूत्र भारत को अडिग बनाता है। एक आकांक्षी समाज किसी भी राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा, आज हमें गर्व है कि ये आकांक्षाएं भारत के हर घर में मौजूद हैं। हर नागरिक नए भारत की तेज प्रगति के लिए उत्साहित, अधीर है।
पीएम मोदी ने लोगों से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने, बंधनों के हर निशान को दूर करने, अपनी विरासत और एकता पर गर्व करने और अगले 25 वर्षों में अपने कर्तव्यों को पूरा करने के पांच प्रस्तावों पर अपनी ऊर्जा केंद्रित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, स्वतंत्रता के 100वें वर्ष तक हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने के विजन के साथ काम करना होगा।
उन्होंने कहा, मैं युवाओं से अपने जीवन के अगले 25 साल राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित करने का आग्रह करता हूं। हम पूरी मानवता के विकास के लिए भी काम करेंगे। यही भारत की ताकत है।