बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार में महाराष्ट्र जैसी स्थिति पैदा करना चाहती है और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व नेता आरसीपी सिंह को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। महाराष्ट्र ने हाल ही में एक राजनीतिक उथल-पुथल देखी जिसमें शिवसेना के 40 विधायक उद्धव ठाकरे के समूह से अलग हो गए और भाजपा से हाथ मिला लिया, जिससे एमवीए सरकार गिर गई और राज्य में एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार का गठन हुआ।

बिहार में, नीतीश कुमार ने भाजपा से नाता तोड़ लिया और राज्य में महागठबंधन सरकार बनाने के लिए राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। कुमार द्वारा भाजपा के खिलाफ बयान आज पटना में आयोजित (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान आया। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने की।

इससे पहले आज बिहार के सीएम ने कहा कि अगर विपक्षी दल एकजुट होकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे तो हमें अपार सफलता मिलेगी। सीएम कुमार ने कहा, मैं केवल इतना कह रहा हूं कि अगर सभी विपक्षी दल एकजुट होकर (2024 लोकसभा चुनाव) चुनाव लड़ेंगे तो हमें बड़ी सफलता मिलेगी। मैं किसी संख्या की बात नहीं कर रहा हूं।

इससे पहले, जदयू के अधिकांश विधायक अरुणाचल प्रदेश में भाजपा में शामिल हो गए। जदयू के 9 पार्षदों में से 8 भाजपा में शामिल हो गए हैं। अब भाजपा पार्षदों की कुल संख्या 20 में से 18 हो गई है। इसके अलावा, जदयू के 18 जिला परिषद सदस्यों (जेडपीएम) में से 17 भाजपा में शामिल हो गए हैं। अब 241 सदस्यों में से भाजपा के 206 जिला परिषद सदस्य हैं।

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