फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने में सफल होंगे। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख ने कहा कि करीब नौ महीने तक चले युद्ध ने वैश्विक आर्थिक स्थिति पर कहर बरपाया है। मुझे खुशी है कि भारत को जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता मिली है। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने में सफल होंगे जिसने आर्थिक तबाही मचाई है। अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा। इस साल फरवरी में शुरू हुए युद्ध ने दोनों पक्षों के हजारों लोगों की जान ले ली है।

अब्दुल्ला का बयान बाली में जी-20 की विज्ञप्ति के बाद आया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दिए गए संदेश में कहा गया है कि आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी ने इस साल सितंबर में समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के इतर एक द्विपक्षीय बैठक में पुतिन को दिए अपने बयान में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का जिक्र करते हुए कहा था, अब युद्ध का समय नहीं है।

जी20 विज्ञप्ति में कहा गया है, शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाले अंतर्राष्ट्रीय कानून और बहुपक्षीय प्रणाली को बनाए रखना आवश्यक है। इसमें संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में निहित सभी उद्देश्यों और सिद्धांतों का बचाव करना और अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी कानून का पालन करना शामिल है, जिसमें सुरक्षा भी शामिल है। सशस्त्र संघर्षों में नागरिक और बुनियादी ढाँचे। परमाणु हथियारों के उपयोग या उपयोग की धमकी अस्वीकार्य है। संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान, संकटों को दूर करने के प्रयास, साथ ही कूटनीति और संवाद महत्वपूर्ण हैं। आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए।

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