परेड के दौरान, गोला-बारूद सहित सभी उपकरण भारत की स्वदेशीकरण शक्ति का प्रदर्शन करेंगे, जिसमें मेड इन इंडिया 105 मिमी भारतीय फील्ड गन और हाल ही में शामिल एलसीएच प्रचंड के माध्यम से 21 तोपों की सलामी शामिल है। इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में आत्मनिर्भर भारत अभियान के बारे में बात करते हुए मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि इस साल की परेड में कई स्वदेशी उपकरण देखने को मिलेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि सेना आत्मानिर्भर भारत के तहत स्वदेशी उपकरणों का उपयोग करेगी।
105 मिमी भारतीय फील्ड गन 21 तोपों की सलामी देगी, मैकेनाइज्ड कॉलम में आर्मर कोर एमबीटी अर्जुन होगा, मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री का बीएमपी 2 और नाग मिसाइल सिस्टम अपना पराक्रम दिखाएगा। इसके अलावा, मेजर जनरल कुमार ने आर्टिलरी रेजिमेंट के के9 वज्र और ब्रह्मो के मिसाइल सिस्टम ऑटोमैटिक लॉन्चर, आर्मी एयर डिफेंस आकाश वेपन सिस्टम, आर्मी कोर इंजीनियरों के 10 एम शॉर्ट पैन ब्रिज और सिग्नल के कोर मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मोबाइल नेटवर्क सेंटर पर भी प्रकाश डाला।