
चाहे कोई भी देश हो अगर मानवता की बात हो तो भारत मानव हित को सर्वोपरि रखता है। पूरी दुनिया ने देखा कि आप कैसे तुरंत वहां पहुंचे। यह आपकी तैयारी और आपके प्रशिक्षण कौशल को दर्शाता है। जिस तरह से हमारे एनडीआरएफ कर्मियों ने 10 दिनों तक काम किया है वह काबिले तारीफ है।
हमारे डॉग स्क्वायड के सदस्यों ने अद्भुत ताकत दिखाई। देश को आप पर गर्व है। हमारी संस्कृति ने हमें वसुधैव कुटुम्बकम सिखाया है। हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं। जब परिवार का कोई सदस्य मुसीबत में होता है, तो यह भारत का कर्तव्य है कि वह इसकी मदद करें, पीएम मोदी ने कहा।
उन्होंने आगे कहा, हम सभी ने वो तस्वीरें देखी हैं, जहां एक मां माथे पर किस करके आशीर्वाद देती है। 2001 में जब गुजरात में भूकंप आया था, तब मैंने वॉलंटियर के तौर पर काम किया था और मैंने लोगों को बचाने में आने वाली दिक्कतों को देखा है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, मैं आज आप सभी को सलाम करता हूं। जब कोई दूसरों की मदद करता है, तो वह निस्वार्थ होता है। यह केवल व्यक्तियों पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रों पर भी लागू होता है। वर्षों से, भारत ने आत्मनिर्भर और निस्वार्थ दोनों के रूप में अपनी पहचान मजबूत की है।