चड्ढा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा भारत को निरंकुश बनाना चाहती है। अगर मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, अभिषेक बनर्जी, संजय राउत, फारूक अब्दुल्ला, डीके शिवकुमार, के कविता और तेजस्वी यादव बीजेपी से हाथ मिला लेते हैं, तो उनके खिलाफ सभी आरोप हटा दिए जाएंगे।
चड्ढा के अनुसार, बीजेपी ने सबसे पहले हिमंत बिस्वा सरमा, सुबेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय के खिलाफ मामले तब शुरू किए जब वे विपक्ष में थे और जब वे बीजेपी में शामिल हुए तो सभी आरोपों को हटा दिया। राघव चड्ढा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, मनीष सिसोदिया के पास एक पैसा नहीं मिला, लेकिन बीजेपी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, जबकि बीजेपी के अपने विधायक को 8 करोड़ रुपये नकद के साथ रंगे हाथों पाया गया, लेकिन वह खुले घूम रहे हैं।