
राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा, एलआईसी की पूंजी, अदानी को! एसबीआई की पूंजी, अदानी को! ईपीएफओ की पूंजी भी, अदानी को! मोदानी का पर्दाफाश होने के बाद भी जनता की सेवानिवृत्ति का पैसा अदानी की कंपनियों में क्यों लगाया जा रहा है? प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे रहे हैं और न ही किसी जांच की मांग कर रहे हैं। वह इतना क्यों डरता है?
अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा पिछले महीने धोखाधड़ी लेनदेन और शेयर-कीमत में हेरफेर सहित कई आरोपों के बाद अडानी समूह के शेयरों की पिटाई के बाद एक बड़ा राजनीतिक विवाद छिड़ गया। गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह ने आरोपों को झूठ बताते हुए खारिज कर दिया है, यह कहते हुए कि यह सभी कानूनों और प्रकटीकरण आवश्यकताओं का अनुपालन करता है। गांधी अडानी मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर हमला करते रहे हैं और मामले की जांच की मांग करते रहे हैं।