प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्विटर पर कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की 7.2 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर वैश्विक चुनौतियों के बीच इसके लचीलेपन को रेखांकित करती है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने हाल ही में जारी आंकड़ों में उल्लेख किया है कि 2022-23 की चौथी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 6.1 प्रतिशत बढ़ी है। इसके अलावा, इसने वार्षिक विकास दर को 7.2 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। आंकड़ों से पता चला कि जनवरी-मार्च की अवधि में वृद्धि 2022-23 की पिछली अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.5 प्रतिशत विस्तार से अधिक थी।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 2022-23 जीडीपी वृद्धि के आंकड़े वैश्विक चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन को रेखांकित करते हैं। उनका ट्वीट आगे पढ़ता है, समग्र आशावाद और सम्मोहक वृहद-आर्थिक संकेतकों के साथ यह मजबूत प्रदर्शन, हमारी अर्थव्यवस्था के आशाजनक प्रक्षेपवक्र और हमारे लोगों के तप का उदाहरण है।

विकास ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 3.3 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक पहुँचाया और अगले कुछ वर्षों में 5 ट्रिलियन अमरीकी डालर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मंच तैयार किया। इसके अलावा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की केंद्र के राजकोषीय घाटे की प्रत्याशा सच हो गई क्योंकि यह 2022-2023 में सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 प्रतिशत तक सीमित हो गया, जो वित्त वर्ष 22 में 6.71 प्रतिशत था।

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