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इन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के शुरू होने से पर्यटन, व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। चूंकि इन ट्रेनों का निर्माण घरेलू स्तर पर किया जाता है, जो देश के विनिर्माण क्षेत्र के विकास में योगदान देता है, यह मेक इन इंडिया पहल को भी महत्वपूर्ण गति प्रदान करेगा।
इन पांच नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को शुरू करने की भारतीय रेलवे की पहल रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और नागरिकों के लिए यात्रा विकल्पों को बढ़ाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस एक स्वदेश निर्मित, सेमी-हाई स्पीड और सेल्फ प्रोपेल्ड ट्रेन सेट है। ट्रेन अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है, जो यात्रियों को तेज, अधिक आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करती है। वंदे भारत ट्रेन भारत की पहली स्वदेश निर्मित सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनसेट है, जिसे ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। इसे 160 किमी/घंटा तक की गति से चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
स्लीपर क्लास वंदे भारत ट्रेनसेट की शुरुआत की मांग बढ़ रही है, जो दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा जैसे लंबी दूरी के मार्गों पर चलने में सक्षम हैं। वर्तमान में, सभी परिचालन वाली वंदे भारत ट्रेनों में केवल चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार कक्षाएं हैं, जो कम दूरी के मार्गों को पूरा करती हैं।