लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस ने बुधवार को गोवा तट से विजुअल रेंज से परे हवा से हवा में मार करने वाली स्वदेशी एस्ट्रा मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। जानकारी के मुताबिक, यह परीक्षण तेजस लिमिटेड सीरीज प्रोडक्शन-7 (एलएसपी-7) विमान का इस्तेमाल कर किया गया। लगभग 20,000 फीट की ऊंचाई पर विमान से मिसाइल प्रक्षेपण सफलतापूर्वक किया गया।

परीक्षण प्रक्षेपण की निगरानी एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के परीक्षण निदेशक और वैज्ञानिकों के साथ-साथ सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (सीईएमआईएलएसी) के अधिकारियों द्वारा की गई थी। विमान की निगरानी चेज़ तेजस ट्विन-सीटर विमान से भी की गई।

एस्ट्रा, एक अत्याधुनिक बीवीआर हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो अत्यधिक पैंतरेबाजी वाले सुपरसोनिक हवाई लक्ष्यों को भेदने और नष्ट करने में सक्षम है, इसे रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल), अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) और अन्य प्रयोगशालाओं द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। डीआरडीओ का घरेलू तेजस लड़ाकू विमान से स्वदेशी एस्ट्रा बीवीआर फायरिंग आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।

इस बीच, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेजस-एलसीए से मिसाइल की सफल फायरिंग के लिए एडीए, डीआरडीओ, सेमिलैक, डीजी-एक्यूए और उद्योग को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्षेपण से तेजस की युद्धक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी। रक्षा विभाग (आरएंडडी) के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने भी सफल प्रक्षेपण में शामिल टीमों को बधाई दी है।

Find out more: