धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में रोहित ने भारत के लिए टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत के लिए शमी और सूर्यकुमार यादव ने शार्दुल ठाकुर और चोटिल हार्दिक पांड्या की जगह ली, जबकि केन विलियमसन के बिना न्यूजीलैंड की टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ।
मोहम्मद सिराज ने चौथे ओवर में डेवोन कॉनवे का बहुमूल्य विकेट लेकर भारत को शानदार शुरुआत दी। जसप्रित बुमरा और सिराज दोनों अपने शुरुआती स्पैल में उत्कृष्ट थे, लेकिन मोहम्मद शमी ने सबसे बड़ा प्रभाव डाला।
शमी ने नौवें ओवर के दौरान टूर्नामेंट में अपनी पहली ही गेंद पर फॉर्म में चल रहे विल यंग को बोल्ड कर भारत को खेल पर नियंत्रण दिला दिया। लेकिन न्यूजीलैंड ने डेरिल मिशेल और रचिन रवींद्र के दम पर शुरुआती झटकों के बाद वापसी की।
डेरिल और रचिन ने तीसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड तोड़ 159 रनों की साझेदारी कर न्यूजीलैंड को बड़े स्कोर की राह पर ला दिया। रचिन ने शमी के हाथों अपना विकेट गंवाने से पहले 87 गेंदों पर 75 रन बनाकर टूर्नामेंट में अपना तीसरा पचास से अधिक का स्कोर बनाया। रचिन के आउट होने के बाद भारत लगातार विकेट लेकर लय हासिल करने में सफल रहा और अपने प्रतिद्वंद्वी को 300 से अधिक के स्कोर से वंचित कर दिया।
शमी वनडे विश्व कप इतिहास में अपना दूसरा पांच विकेट लेने में सफल रहे, जबकि डेरिल अपना पहला विश्व कप शतक बनाने में सफल रहे। डेरिल ने 127 गेंदों पर सर्वाधिक 130 रन बनाए, जिससे न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 273/10 रन बनाए।
भारत के लिए लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित और गिल ने एक और बेहतरीन शुरुआत की। इन-फॉर्म जोड़ी ने शुरुआती विकेट के लिए 71 रन जोड़कर भारत को ड्राइविंग सीट पर ला दिया, लेकिन लॉकी फर्ग्यूसन ने दो विकेट लेकर खेल को संतुलित कर दिया।
कोहली और श्रेयस अय्यर ने बीच के ओवरों में तीसरे विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी करके स्कोरबोर्ड को चालू रखा। न्यूजीलैंड ने केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव के जल्दी-जल्दी विकेट लेकर वापसी करने की कोशिश की लेकिन कोहली ने एक और शानदार पारी खेलकर भारत को मैच में आगे रखा।