प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहस्यवादी कवि और भगवान कृष्ण भक्त की 525वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित मीराबाई जन्मोत्सव' में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मथुरा में हैं। उन्होंने कृष्ण जन्मभूमि पर पूजा-अर्चना भी की और ऐसा करने वाले वह पहले प्रधानमंत्री बने।

पीएम मोदी 32 साल के अंतराल के बाद भगवान कृष्ण के जन्मस्थान पर जा रहे हैं। संत मीराबाई जन्मोत्सव कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, ब्रज का गुजरात से अनोखा रिश्ता है। मथुरा के कान्हा गुजरात जाकर द्वारकाधीश बने राजस्थान से मथुरा आईं संत मीरा बाई ने आखिरी पल द्वारका में बिताए थे, वृंदावन के बिना संत मीरा की पूजा अधूरी है।

पीएम मोदी ने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे ब्रज के दर्शन करने का अवसर मिला क्योंकि यहां केवल वे ही आते हैं जिन्हें श्री कृष्ण और श्रीजी बुलाते हैं। उन्होंने कहा, भारत हमेशा से महिलाओं की पूजा करने वाला देश रहा है। उन्होंने न केवल जिम्मेदारियां निभाई हैं बल्कि समाज का मार्गदर्शन भी किया है और संत मीरा बाई इसका उदाहरण हैं।

पीएम मोदी ने मीराबाई के सम्मान में एक स्मारक टिकट और सिक्का जारी किया और इस अवसर पर आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम से उनकी स्मृति में साल भर चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत हुई।


प्रधानमंत्री 32 साल बाद भगवान कृष्ण की जन्मस्थली आये थे। पूजा-अर्चना के बाद वह शाम करीब साढ़े चार बजे मीराबाई जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। मीराबाई पर 5 मिनट की एक डॉक्यूमेंट्री और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी द्वारा प्रस्तुत एक नृत्य नाटिका भी प्रदर्शित की गयी। ब्रजराज महोत्सव स्थल पर 5,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। इस मौके पर यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री मौजूद थे।

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