सुशील शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर आंतरिक गुटबाजी से समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता निराश हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में उनकी वर्षों की सेवा के बावजूद, पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उठाई गई चिंताओं पर ध्यान देने की कमी प्रतीत होती है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख से सनातन धर्म में आस्था रखने वाले उनके जैसे कार्यकर्ता निराश हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने न केवल देश में बल्कि विदेश में भी अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। इसी से प्रभावित होकर राष्ट्रवादी सोच के साथ मैंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है।