प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो को प्रसारित करने के लिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधा। महाराष्ट्र के सतारा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव (हार का डर) हारने के डर से विपक्ष फर्जी खबरें फैला रहा है। उन्होंने लोगों को ऐसे वीडियो के माध्यम से उत्पन्न फर्जी सूचनाओं के झांसे में आने के प्रति आगाह किया। ये उन लोगों द्वारा इस्तेमाल की गई हालिया रणनीति है जो भाजपा और एनडीए के खिलाफ सीधे राजनीतिक लड़ाई में शामिल नहीं हो सकते हैं। पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ऐसे वीडियो के जरिए वे जनता में गलत जानकारी फैला रहे हैं।

विपक्ष द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग पर कड़ी फटकार लगाते हुए, पीएम मोदी ने दोहराया, मैं प्रौद्योगिकी का एक मजबूत समर्थक रहा हूं। हालांकि, हाल की घटनाएं परेशान करने वाली हैं। जो लोग बीजेपी, एनडीए के साथ सीधे राजनीतिक लड़ाई में शामिल नहीं हो सकते, वे अब सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो फैला रहे हैं।


ये लोग मेरी या मेरे सहकर्मियों की आवाज की नकल करके झूठी सूचना फैलाने के लिए एआई का दुरुपयोग कर रहे हैं। अगर आपको व्हाट्सएप पर ऐसा कोई वीडियो, कोई छवि मिलती है तो आपको बहुत सावधान रहने की जरूरत है किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आप तुरंत पुलिस या पार्टी को सूचित करें ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह बयान अमित शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो के प्रसार के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा की गई हालिया कार्रवाइयों के बाद आया है, जिसमें उन्हें कथित तौर पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म करने का वादा करते हुए सुना गया था।

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