दीपावली का त्योहार बीत चुका है पर अभी भी आप देखते होंगे कि लोगों के दिलों से दीवाली का रौनक नहीं उतरी। ऐसा इसलिए क्योंकि दीपावली के बाद अब आने वाला है देव दीपावली का त्योहार। जैसे की नाम से ही स्पष्ट है देव दीपावली। यानि देवताओं की दीवाली। पौराणिक कथाओं में भी इस देव दीपावली का खास महत्व है। देव दीपावली पर आप देवताओं को प्रसन्न कर अपने घर में खुशियों की बारिश कर सकते हैं। आपको हम आगे इस लेख में ये बताएंगे भी कि कैसे देवताओं को इस दिन खुश किया जाता है लेकिन उससे पहले थोड़ी बात उस चीज की हो जाए जिसके लिए ये त्योहार मशहूर है। जी हां वाराणसी, हम बात कर रहे हैं उसी शहर की जिसके बिना देव दीपावली का शब्द अधूरा माना जाता है। काशी वो नगरी है जिसके रोम-रोम में ईश्वर का वास है। देव दीपावली के दिन काशी की खूबसूरती देखते ही बनती हैं। लाखों दीपों की सजावट देखकर हर किसी का मन मोह जाता है। आइए अब आपको बताते हैं कि आखिर देव दीपावली पर कैसे आप देवताओं को प्रसन्न कर सकते हैं।



ऐसे करें देवताओं को प्रसन्न
देव दीपावली का त्योहार कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन लोग नदी किनारे दीपक जलाकर देवताओं को प्रसन्न करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन खुद देवता धरती पर आकर दीपक जलाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर खुशियां आएं तो ये त्योहार पूरे हर्षों उल्लास के साथ मनाएं। बहुत सारे लोगों के पास हमेशा तंगी छाई रहती है। वो चाहे कितनी भी मेहनत क्यों ना कर लें लेकिन पैसा उनके पास टिकता ही नहीं है। ऐसे में देव दीपावली के दिन आपका एक काम आपकी ये परेशानी दूर कर सकता है। आप उस दिन बस कुबेर के नाम का दीपक जलाएं। भगवान कुबेर आपको कभी भी पैसों की कमी नहीं होने देंगे।



सारी समस्या होगी दूर
प्रेम जिंदगी के लिए सबसे जरूरी है। प्यार के बिना कोई भी चीज अच्छी नहीं लगती। अगर आप भी चाहते हैं कि आप एक अच्छा जीवन साथी पाएं, अपने जीवन में प्रेम की शुरुवात करें तो आप देव दीपावली के दिन भगवान कृष्ण के नाम का दीया जलाएं। आपकी प्रेम से संबंधित परेशानी पल भर में दूर हो जाएगी। अगर आपको रोगों ने घेरकर रखा है तब भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप कार्तिक पूर्णिमा पर सूर्य की प्रतिमा के आगे दीपक जलाकर अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। वहीं अगर आप अपने व्यापार में तरक्की पाना चाहते हैं तो आप देव दीपावली के दिन भगवान गणेश के नाम का दीपक जरूर जलाएं।

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