मर्सडीज के रेसर Lewis Hamilton छठी बार फॉर्मूला-1 के वर्ल्ड चैम्पियन बन गए हैं। 34 साल के हैमिल्टन रविवार को यूएस ग्रांप्री में दूसरे नंबर पर रहे। इसी के साथ उन्होंने मौजूदा सीजन की वर्ल्ड चै्म्पियनशिप दो रेस बाकी रहते जीत ली। इस सीजन की 19 रेस हो चुकी हैं। ब्रिटेन के हैमिल्टन दूसरे सबसे सफल रेसर बन गए हैं। अब वे महान रेसर माइकल शूमाकर की बराबरी करने से सिर्फ एक टाइटल दूर हैं। जर्मनी के शूमाकर सबसे ज्यादा 7 बार वर्ल्ड चैम्पियन बने हैं। हैमिल्टन ने कहा कि मैं यह जीत दिवंगत टीम मेंटर निकी लॉडा को समर्पित करता हूं। मैं उन्हें बहुत मिस करता हूं। ट्रिपल वर्ल्ड चैम्पियन निकी लॉडा की इस साल मई में 70 साल की उम्र में मृत्यु हो गई थी। टेक्सॉस के सर्किट ऑफ द अमेरिकाज पर 308.728 किमी की यूएस ग्रांप्री मर्सडीज के वाल्टेरी बोटास ने जीती। फिनलैंड के 30 साल के रेसर बोटास ने एक घंटे 33 मिनट 55.653 सेकंड का समय लिया। हैमिल्टन अपने टीम साथी बोटास से 4.148 सेकंड ज्यादा लेकर दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने रेस में पांचवें नंबर से शुरुआत की थी जबकि बोटास ने पोल पोजीशन से रेस शुरू की थी। मैक्स वर्सटापेन ने तीसरा स्थान हासिल किया।
हैमिल्टन लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बने
हैमिल्टन लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बने। उन्होंने 2017, 2018, 2019 में टाइटल जीते। इससे पहले, वे 2008 अौर 2014, 2015 में भी चैम्पियन बने थे। वे सबसे पहली बार मैक्लारेन के साथ जीते थे। मौजूदा सीजन में 21 रेस में से 2 रेस बाकी हैं। लुईंस हैमिल्टन ने 19 में से 10 रेस जीती हैं। मर्सडीज की टीम लगातार छठे सीजन में ड्राइवर्स और कंस्ट्रक्टर्स चैम्पियन बन गई है। उसके रेसर हैमिल्टन के 381 पॉइंट हैं जबकि उसके 695 पॉइंट हैं। 2016 में मर्सडीज के निको रोसबर्ग चैम्पियन बने थे। अगली रेस 17 नवंबर को ब्राजील में होगी।