बीसीसीआई ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी कर इस बात की पुष्टि की और विश्व कप के फाइनल में भारत की हाल की अजेय यात्रा में द्रविड़ की भूमिका की सराहना की। आपको बता दें कि सपोर्ट स्टाफ में विक्रम राठौड़ (बल्लेबाजी कोच), पारस म्हाम्ब्रे (गेंदबाजी कोच) और टी दिलीप (फील्डिंग कोच) भी अपनी-अपनी भूमिकाओं में बने रहेंगे। हालांकि, बीसीसीआई ने यह नहीं बताया है कि कोचिंग स्टाफ के लिए विस्तार की सही अवधि क्या होगी।
टीम इंडिया के साथ पिछले दो साल पूरी तरह से यादगार रहे हैं। साथ में, हमने उतार-चढ़ाव देखे हैं, और इस पूरी यात्रा के दौरान, समूह के भीतर समर्थन और सौहार्द अभूतपूर्व रहा है। हमने जो संस्कृति स्थापित की है, उस पर मुझे वास्तव में गर्व है। यह एक ऐसी संस्कृति है जो लचीली बनी रहती है, चाहे विजय के क्षण हों या प्रतिकूल परिस्थिति। हमारी टीम के पास जो कौशल और प्रतिभा है वह अभूतपूर्व है, और हमने जिस चीज पर जोर दिया है वह सही प्रक्रिया का पालन करना और अपनी तैयारियों पर कायम रहना है, जो कि रही है समग्र परिणाम पर सीधा प्रभाव।