ट्विटर के अनुसार वेरिफिकेशन पॉलिसी के लिए अप्लाई करने से पहले आपको अपने अकाउंट की सभी डीटेल्स अपनी ओर से अप टू डेट रखनी है. यानि की प्रोफाइल नेम, इमेज और ईमेल आईडी या फोन नंबर वेरिफाइड होना चाहिए. साथ ही यूजर का अकाउंट पिछले 6 महीने से एक्टिव होने चाहिए, जिसमें ये भी ध्यान रखना होगा कि आपके ट्वीट ट्विटर के पॉलिसी का उल्लंघन न करते हों. बता दें वेरिफिकेशन के दौरान सरकार की तरफ से जारी की गई आईडी, ऑफिशियल ईमेल आईडी और ऑफिशियल वेबसाइट देना होगा. अगल अलग कैटिगरी के हिसाब से लिंक्स भी देने होंगे.
कंपनी ने अपने इस प्रोसेस को पूरी तरह से बदल दिया है. इस ऑप्शन को अब यूजर्स अपने सेटिंग्स में जाकर देख सकते हैं, जिसके वेरिफिकेशन (Twitter Verification) के नियम और योग्यता में भी बदलाव किए गए हैं. अब देखना ये होगा कि ट्विटर पर वेरिफिकेशन कौन-कौन सा यूजर पा सकता है, यानि की कौन योग्य है. इस लिस्ट में सबसे पहले आता है, सरकार, फिर कंपनियां, ब्रांड्स और ऑर्गनाइजेशन्स, जिसके बाद न्यूज ऑर्गनाइजेशन्स और पत्रकार, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े लोग, स्पोर्ट्स और गेमिंग.साथ ही ऐक्टिविस्ट्स, ऑर्गनाइजर्स और दूसरे इनफ्लुएंसिंग इंडिविजुअल भी इसके लिए योग्य है.