इस कार्यक्रम में बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा, आज, भारत अगले तीन-चार वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को 300 बिलियन डॉलर से अधिक तक ले जाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। भारत चिप लेने वाले से चिप निर्माता बनना चाहता है। सेमीकंडक्टर के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भारत में तेजी से निवेश बढ़ रहा है।
स्पेस हो, मैपिंग हो, ड्रोन हो, गेमिंग हो और एनिमेशन हो, ऐसे कई सेक्टर जो डिजिटल टेक्नोलॉजी के भविष्य का विस्तार करने जा रहे हैं, उन्हें इनोवेशन के लिए खोल दिया गया है। अंतरिक्ष में और नई ड्रोन पॉलिसी जैसे प्रावधान भारत में लागू किए जाएंगे। आने वाले वर्षों में यह इस दशक में तकनीकी क्षमता को नई ऊर्जा देगा।
फिनटेक का प्रयास वास्तव में लोगों द्वारा, लोगों के लिए, लोगों के लिए एक समाधान है। इसमें तकनीक भारत की अपनी है यानि लोगों द्वारा, देशवासियों ने इसे अपने जीवन का एक हिस्सा बनाया है और इसने लोगों का लेन-देन किया है। देशवासियों के लिए आसान यानी लोगों के लिए, प्रधानमंत्री ने कहा।
बदलते समय के साथ अगर भारत नई तकनीक को नहीं अपनाएगा तो पिछड़ा ही रहेगा। देश ने तीसरी औद्योगिक क्रांति के दौरान इसका अनुभव किया, मोदी ने डिजिटल इंडिया सप्ताह 2022 के उद्घाटन के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा। आठ से 10 साल पहले, हमें हर चीज के लिए लाइनों (कतार) में खड़ा होना पड़ता था।
मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार के प्रमुख कार्यक्रम डिजिटल इंडिया ने गरीबों को भ्रष्टाचार से राहत दी है और वह सभी क्षेत्रों में बिचौलियों को खत्म करने के लिए काम कर रही है।