उत्तर प्रदेश के बरेली के एक अस्पताल में कोरोनावायरस वार्ड के तुरंत बाद मरीजों को शिफ्ट किया जाना था, जिसमें एक पाइप लाइन की खराबी के कारण बारिश का पानी भर गया था। COVID-19 अस्पताल के रूप में कार्यरत एक निजी मेडिकल कॉलेज की घटना के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें लापरवाही के कारण लोग हैरान हैं। अधिकारियों ने कहा कि घटना 'प्लंबिंग फेलियर' के कारण हुई।
बीते कुछ दिनों से लगातार वीडियो वायरल कर संक्रमित खाना, गंदगी व मेडिकल वेस्ट के ठीक से डिस्पोजल न किए जाने की शिकायतें कर रहे हैं। वहीं, शनिवार को सिस्टम की पोल बारिश ने खोल दी। साफ है कि वह व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं।
शनिवार को जिले में तेज बारिश हुई। इसी दौरान जिले के एक कोविड एल-2 अस्पताल का वह वार्ड जिसमें कोविड मरीजों को रखा गया था, पानी-पानी हो गया। दरअसल वार्ड एक हॉल में बना है। अस्पताल प्रबंधन ने छत से पानी निकासी के लिए हाल में पाइप लगा रखे थे। तेज बारिश होने के चलते छत का पाइप हट गया और पानी सीधे मरीजों के बीच आकर गिरने लगा। संक्रमितों की इस हालत का वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गया। जिसमें साफ दिख रहा है कि संक्रमित छत से आ रहे बरसात के पानी से खुद को किसी तरह बचा रहे हैं।