युवती लूडो में पिता की चीटिंग से इतनी आहत हो गई कि काउंसलिंग के दौरान कहने लगी थी कि अब वो मेरे पिता नहीं है। उसके पिता को इस बात का अंदाजा नहीं था कि गेम में जरा सी चीटिंग को लेकर वो कोर्ट पहुंच जाएगी और उन्हें पिता मानने से ही इनकार कर देगी। दरअसल युवती का कहना है कि वो अपने पिता के ऊपर पूरा विश्वास करके ही गेम खेल रही थी, लेकिन जब उसे पता चला कि जिन पर वो विश्वास कर रही है वो ही उसके साथ गेम में चीटिंग कर रहे हैं तो यह जानकार वो बहुत दुखी हो गई। इसके बाद उसने कोर्ट जाने का मन बना लिया।
मेरे लिए हार भी तो सकते थे
युवती का कहना है कि पिता लूडो गेम में मुझे खुश करने के लिए हार भी तो सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और जीतने के लिए चीटिंग की। जिससे उसके मन को बहुत ठेस पहुंची और पिता के लिए सारा सम्मान खत्म हो गया।
लूडो गेम में हार को लेकर पहला केस
फैमिली कोर्ट में पति-पत्नी के बीच झगड़े जैसे केस ही ज्यादा पहुंचते हैं, लेकिन यह पहला मामला था जब लूडो गेम में हार को लेकर एक बेटी अपने पिता के खिलाफ ही कोर्ट पहुंच गई।